📚
*चुप्पियाँ-11*
चुप्पी, निरंतर
सिरजती है विचार,
'दूधो नहाओ,
पूतो फलो'
का आशीर्वाद
चुप्पी को
फलीभूत हुआ है!
( 8:11 बजे, 2.9.18)
( कवितासंग्रह *चुप्पियाँ* से)
संजय भारद्वाज
writersanjay@gmail.com
writersanjay@gmail.com
9890122603
# दो गज़ की दूरी
बहुत है.ज़रूरी।
बहुत है.ज़रूरी।
✍️🙏🏻
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें