गुरुवार, 7 मई 2020

चुप्पियाँ-4


🌷📚

*चुप्पियाँ-4*

जो मैंने कहा नहीं,
जो मैंने लिखा नहीं,
उसकी समीक्षाएँ
पढ़कर तुष्ट हूँ,
अपनी चुप्पी की
बहुमुखी क्षमता पर
मंत्रमुग्ध हूँ...!

संजय भारद्वाज
writersanjay@gmail.com

(1.9.18 रात्रि 11:37 बजे )

( कविता संग्रह *चुप्पियाँ* से।)

# घर में रहें। स्वस्थ रहें।
🙏🏻✍️

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