गुरुवार, 11 जून 2020

त्रिलोक


*त्रिलोक*

सुर,
असुर,
भूसुर,
एक मूल शब्द,
दो उपसर्ग,
मिलकर
तीन लोक रचते हैं,
सुर दिखने की चाह
असुर होने की राह,
भूसुर में
तीन लोक बसते हैं।

संजय भारद्वाज
writersanjay@gmail.com

(प्रातः 6:24 बजे, 25.5.19)
# सजग रहें, सतर्क रहें, स्वस्थ रहें।

✍️🙏🏻

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