सोमवार, 22 जून 2020

विश्वास


*विश्वास*

रोज रात
सो जाता हूँ
इस विश्वास से कि
सुबह उठ जाऊँगा,
दर्शन कहता है-
साँसें बाकी हैं
तोे उठ पाता हूँ,
मैं सोचता हूँ-
विश्वास बाकी है
सो उठ जाता हूँ..!

संजय भारद्वाज
writersanjay@gmail.com

(बुधवार 15 जून 2016, रात्रि 12:10 बजे)

# सजग रहें। स्वस्थ रहें।
🙏🏻✍️

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें